अतिक्राम

विकिशब्दकोशः तः


यन्त्रोपारोपितकोशांशः[सम्पाद्यताम्]

Vedic Rituals Hindi[सम्पाद्यताम्]

पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्।


अतिक्राम पु.
ऐसा यजमान जिसके शत्रु हों, के द्वारा अनुष्ठेय कृत्य, जो उन शत्रुओं को जीतना चाहता है या उनकी बराबरी करना चाहता है, और वह जो ‘अगिन्ना देवेन --’ से प्रारम्भ होने वाले मन्त्र से झाड़-फूँक का अभ्यास करना चाहता हो, बौ.श्रौ.सू. 14.2०, श्रौ.को. (अं) 1.556 के अनुसार इस नाम की 3 प्रविधिया हैं, जो अभिचारिन् की स्थिति में विष्णुक्रम के बाद उच्चारित की जाती हैं। अतिक्षारयति (अति + क्षर् + णिच् + तिप्) (कपाल की सीमा के) आगे तक बहाता है, बौ.श्रौ.सू. 1.26ः3।

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