सम्भाषणम्:ऋणमोचन

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ऋण मुक्ति के लिए ठोस उपाय : 1. ऋणमोचन अङ्गारकस्तोत्रम्! आज के युग में हम धन दौलत से भरपूर जीवन जीना चाहते हैं। अतः इस युग में हमें कभी न कभी अपनी तात्कालिक आवश्यकतानुसार ऋण लेना ही पड़ता है। इस ऋण से सभी शीध्रतिशीघ्र मुक्त होना चाहते हैं। आइये जानते हैं इस ऋण से मुक्ति प्राप्त करने के कुछ सशक्त उपाय। 1. ऋणमोचन अङ्गारकस्तोत्रम्: यह बहुत ही प्रभावशाली स्तोत्र है ! इस स्तोत्र के पाठ से आपको मंगल देव की कृपा से ऋण मुक्ति होगी।


ऋणमोचन अङ्गारकस्तोत्रम् : श्रीपरमात्मने नमः । अथ ऋणग्रस्तस्य ऋणविमोचनार्थं अङ्गारकस्तोत्रम् । स्कन्द उवाच । ऋणग्रस्तनराणां तु ऋणमुक्तिः कथं भवेत् । ब्रह्मोवाच । वक्ष्येऽहं सर्वलोकानां हितार्थं हितकामदम् । अस्य श्री अङ्गारकमहामन्त्रस्य गौतम ऋषिः । अनुष्टुप्छन्दः । अङ्गारको देवता । मम ऋणविमोचनार्थे अङ्गारकमन्त्रजपे विनियोगः । ध्यानम् । रक्तमाल्याम्बरधरः शूलशक्तिगदाधरः । चतुर्भुजो मेषगतो वरदश्च धरासुतः ॥ १॥ मङ्गलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रदः । स्थिरासनो महाकायो सर्वकामफलप्रदः ॥ २॥ लोहितो लोहिताक्षश्च सामगानां कृपाकरः । धरात्मजः कुजो भौमो भूमिदो भूमिनन्दनः ॥ ३॥ अङ्गारको यमश्चैव सर्वरोगापहारकः । सृष्टेः कर्ता च हर्ता च सर्वदेशैश्च पूजितः ॥ ४॥ एतानि कुजनामानि नित्यं यः प्रयतः पठेत् । ऋणं न जायते तस्य श्रियं प्राप्नोत्यसंशयः ॥ ५॥ अङ्गारक महीपुत्र भगवन् भक्तवत्सल । नमोऽस्तु ते ममाशेषं ऋणमाशु विनाशय ॥ ६॥


ऋणमोचन अङ्गारकस्तोत्रम् ॥रक्तगन्धैश्च पुष्पैश्च धूपदीपैर्गुडोदनैः । मङ्गलं पूजयित्वा तु मङ्गलाहनि सर्वदा ॥ ७॥ एकविंशति नामानि पठित्वा तु तदन्तिके । ऋणरेखा प्रकर्तव्या अङ्गारेण तदग्रतः ॥ ८॥ ताश्च प्रमार्जयेन्नित्यं वामपादेन संस्मरन् । एवं कृते न सन्देहः ऋणान्मुक्तः सुखी भवेत् ॥ ९॥महतीं श्रियमाप्नोति धनदेन समो भवेत् । भूमिं च लभते विद्वान् पुत्रानायुश्च विन्दति ॥ १०॥ मूलमन्त्रः। अङ्गारक महीपुत्र भगवन् भक्तवत्सल । नमस्तेऽस्तु महाभाग ऋणमाशु विनाशय ॥ ११॥ अर्घ्यम् । भूमिपुत्र महातेजः स्वेदोद्भव पिनाकिनः । ऋणार्थस्त्वां प्रपन्नोऽस्मि गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तु ते ॥ १२॥ इति ऋणमोचन अङ्गारकस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।

2. आपकी राशि अनुसार कर्ज से मुक्ति के ज्योतिषीय उपाय.. १) मेष-हरे रंग के गणेश जी की पूजा करें। नित्य प्रातः उनको दूर्वा अर्पित करें। २) वृष-माँ लक्ष्मी को गुलाबी फूल अर्पित करें। शुक्रवार को लोगों में मिसरी बाँटें। ३) मिथुन-मंगलवार का व्रत रखने का प्रयास करे। मंगलवार को हनुमान जी के चरण धुलाएं। ४) कर्क-अधिक से अधिक सात्विक रहने का प्रयास करें। बृहस्पतिवार को केले का दान करें। ५) सिंह-शनिवार को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। एक लोहे का छल्ला धारण करें। ६) कन्या-शिव जी को तिल मिलाकर जल अर्पित करें। शनिवार को मीठी चीज़ का दान करें।

2. आपकी राशि अनुसार कर्ज से मुक्ति के ज्योतिषीय उपाय.. ७) तुला-बृहस्पतिवार को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। इस दिन पीले वस्त्र जरूर धारण करें। ८) वृश्चिक-मंगलवार को हनुमान जी को तुलसी दल अर्पित करें। बुधवार को पशु को चारा खिलाएं। ९) धनु-नित्य प्रातः भगवान् विष्णु और माँ लक्ष्मी की पूजा करें। शुक्रवार को कन्याओं में सफ़ेद मिठाई बाँटें। १०) मकर-नित्य प्रातः गणेश जी की आरती करेंबुधवार को गणेश जी को हरी इलाइची अर्पित करें। ११) कुम्भ-सोमवार को शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करेंसफ़ेद रंग के रुमाल में थोड़े से अक्षत, अपने पूजा स्थान पर रक्खें। १२) मीन-नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें.रविवार को गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं।

  • 1) ॐ मंगलाय नमः*
  • 2) ॐ भूमि पुत्राय नमः*
  • 3 ) ॐ ऋण हर्त्रे नमः*
  • 4) ॐ धन प्रदाय नमः*
  • 5 ) ॐ स्थिर आसनाय नमः*
  • 6) ॐ महा कायाय नमः*
  • 7) ॐ सर्व कामार्थ साधकाय नमः*
  • 8) ॐ लोहिताय नमः*
  • 9) ॐ लोहिताक्षाय नमः*
  • 10) ॐ साम गानाम कृपा करे नमः*
  • 11) ॐ धरात्मजाय नमः*
  • 12) ॐ भुजाय नमः*
  • 13) ॐ भौमाय नमः*
  • 14) ॐ भुमिजाय नमः*
  • 15) ॐ भूमि नन्दनाय नमः*
  • 16) ॐ अंगारकाय नमः*
  • 17) ॐ यमाय नमः*
  • 18) ॐ सर्व रोग प्रहाराकाय नमः*
  • 19) ॐ वृष्टि कर्ते नमः*
  • 20) ॐ वृष्टि हराते नमः*
  • 21) ॐ सर्व कामा फल प्रदाय नमः* Sapna Mishra (सम्भाषणम्) ०२:३४, १५ जनवरी २०२३ (UTC)[उत्तर दें]
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